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8/31/2021 11:00:00 AM eHakimJi Team
आंख के रोगो
आँखां की रोशनी, आँख का बड़ा, आँखो में पानी आना, आँख का दुखना, आँखां में मैल आना, आंखो में दर्द होना, यें आँख की बीमारियाँ हैं।
घरेनू उपचार
मुख में पानी का कुल्ला भर कर 20-30 छीटे आँख में मारना इन रोगों के लिए गुणकारी हैं। चिड़चिड़ा की पत्ती के रस में फिटकरी या दानें दार कपूर मिलाकर आँख में डालनें से उपरोक्त रोगां में लाभ होता हैें।
चिकित्सा
(1) सप्तामृत लौह 2-2 गोली सुबह शाम ।
(2) आमलकी रासायन 1-1 चम्मच सुबह शाम ।
(3) मुक्ता शुक्ति पिष्टी 500-500 mg सुबह शाम ।
(4) त्रिफला घृत 1-1चम्मच सुबह शाम ।
(5) नयन ज्योति 1-1 बूंद दिन में 2 बार डालें।
अपथ्य
अम्ल व लवण रस युक्त, भोजन, बैंगन, अरुई, (घुइयाँ), उड़द, राजमा, छोले, अचार, तली चीजें, मैंदा एंव बेसन से बनें खाद्य पदार्थ, पिज्जा, बर्गर, पैटीज, पेस्ट्री, दूध, गुड, तिल, लहसुन, गरम मसाले, अधिक गर्म व सीलन युक्त वातावरण में निवास, साबुन, व शैम्पू का अत्यधिक प्रयोग, सौंदर्य प्रसाधन सामग्री का अधिक प्रयोग ।
पथ्य
गाजर,गाजर का जूस ,गेहूँ, मूँग की दाल (छिलके वाली), लौकी, तोरई, कच्चा पपीता, गाजर, टिण्डे, पत्तागोभी, करेला, परवल, पालक, हरी मेंथी, अंकुरित अन्न, सहिजन की फली, चना, हरी मिर्च व अदरक (अल्प मात्रा में ), गाय का दूध व घृत सर्वोत्तम हैं। गोदुग्ध उपलब्ध न होने पर ही भैंस के दूध का प्रयोग करें ।
फलो मे सेब, पपीता, चीकू, अनार, अमरुद, बग्गूगोसा, जामुन, मौसमी आदि का प्रयोग किया जा सकता हैं। सूखे मेवों मे काजू, बादाम, मुनक्का, किशमिश, अंजीर, चिलगोजा, छुहारे, खजूर, आदि का प्रयोग करें।