अर्दित
10/4/2021 7:08:00 AM eHakimJi Team
अर्दित (बेल पालिशि) एक ऐसी स्थिति है इसमे चहरे के एक तरफ की मांस पेशियाँ अस्थाई रुप कमजोर हो जाती हैं। ये फेशियल
बेल पैेरालिसिस (आधे चहरे का लकवा) का सबसे आम कारण है। ये आमतौर कपालतन्त्रिका 7 (चहरे की तन्त्रिका) की स्थलता के कारण होता है जिसमे चेहरे के एक तरफ का पक्षद्यात होता है ।
घरेलू उपचार:-
अश्वगंधा 50 ग्राम, हल्दी 50 ग्राम साफ कर के बरिक पीसक 1-1 चम्मच चूरन सुबह शाम शहद के साथ सेंवन करें ।
चिकित्साः-
(1) ऐकांगवीर रस 2-2 गोली सुबह शाम।
(2) महावातबुध्दियन्त रस 1-1 गोली सुबह शाम।
(3) त्रिफला गुग्गल 2-2 गोली सुबह शाम।
(4) शिलाजीत कैप्सूल 1-1 सुबह शाम।
(5) अश्र्वगंधा चूर्ण 1-1 चम्मच सुबह शाम।
(6) रसराजरस 1-1 गोली सुबह खाली पेट शहद के साथ।
(7) वृहत चिंतामणि रस 1-1 गोली सुबह खाली पेट शहद के साथ।
बाहरी प्रयोग:-
निर्गुन्डी तेल की दिन मे 3-4 बार मालिश करें।
अपथ्यः-
अम्ल व लवण रस युक्त, भोजन, बैंगन, अरुई, (घुइयाँ), उड़द, राजमा, छोले, अचार, तली चीजें, मैंदा एंव बेसन से बनें खाद्य पदार्थ, पिज्जा, बर्गर, पैटीज, पेस्ट्री, दूध, गुड, तिल, लहसुन, गरम मसाले, अधिक गर्म व सीलन युक्त वातावरण में निवास, साबुन, व शैम्पू का अत्यधिक प्रयोग, सौंदर्य प्रसाधन सामग्री का अधिक प्रयोग ।
पथ्यः-
गेहूँ, मूगँ की दाल (छिलके वाली), लौकी, तोरई, कच्चा पपीता, गाजर, टिण्डे, पत्तागोभी, करेला, परवल, पालक, हरी मेंथी, अंकुरित अन्न, सहिजन की कली, चना, हरी मिर्च व अदरक (अल्प मात्रा में ), गाय का दूध व घृत सर्वोत्तम हैं। गोदुग्ध उपलब्ध न होने पर ही भैंस के दूध का प्रयोग करें ।
फलो मे सेब, पपीता, चीकू, अनार, अमरुद, बग्गूगोसा, जामुन, मौसमी आदि का प्रयोग सामान्य किया जा सकता हैं। सूखे मेवों मे काजू, बादाम, मुनक्का, किशमिश, अंजीर, चिलगोजा, छुहारे, खजूर, आदि का प्रयोग करें।