गिलोय के औषधीय गुण
9/7/2021 7:11:00 AM eHakimJi Team
कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने पूरे देश में कोहराम मचा रखा था ऐसे में अपनी इम्यूनिटी का ख्याल रखना बहुत जरूरी हो गया है इम्यूनिटी बढा़ने के लिए लोग तरह तरह की दवाइयों और महंगी डाइट पर भरोसा दिखा रहें हैं जबकि इसे बढ़ाने का सस्ता और नेचुरल उपाय भी है हेल्थ एक्सपर्ट दावा करते हैं कि गिलोय की पत्तियों को पानी में उबालकर पीने से इम्यूनिटी बढ़ाई जा सकती है कुछ लोग इसकी पत्तियों को दूसरों फलों के साथ जूस में मिलाकर भी पीते हैं ।
गिलोय की पत्तियां पान के पत्ते की तरह होती हैं इसकी पत्तियों में कैल्शियम प्रोटीन फाॅस्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है इसके अलावा इसके तनो में स्टार्च की भी अच्छी मात्रा होती है ये एक बेहतरीन पावर ड्रिंक है जो इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के साथ साथ कई खतरनाक बीमारियों से सुरक्षा करता है ।
मेटाबाॅलिज्म सिस्टम बुखार खांसी जुकाम और गैस्ट्रोइंटसटाइनल समस्या के अलावा भी ये कई बड़ी बीमारियों से आपकी रक्षा कर सकता है आप उबले पानी या जूस के अलावा काढ़ा चाय या काॅफी में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं विज्ञान जगत के बडे़ बडे़ महारथी भी गिलोय के पत्तों को एक बेहतरीन आयुर्वेदिक उपचार मानते हैं ।
(1) गिलोय एनीमिया दूर करने में सहायक है इसे घी के साथ मिलाकर लेने से खून की कमी दूर होती है ।
(2) पीलिया के मरीजों के लिए भी गिलोय के पत्ते को फायदेमंद माना जाता है कुछ लोग इसे चूर्ण के रूप में लेते हैं तो कुछ इसकी पत्तियों को पानी में उबालकर पीते है़अगर आप चाहें तो गिलोय की पत्तियों को पीसकर शहद के साथ मिलाकर भी ले सकते हैं ।
(3) हाथ पैरों में जलन या स्किन एलेर्जी से परेशान लोग भी इसे डाइट में शामिल कर सकते हैं ऐसे लोगों के लिए गिलोय बहुत फायदेमंद है गिलोय की पत्तियों को पीसकर उसका पेस्ट तैयार कर लें और उसे सुबह शाम पैरों पर और हथेलियो पर लगाएं ।
(4) पेट से जुड़ी कई बीमारियों में गिलोय का इस्तेमाल करना बड़ा फायदेमंद होता है इससे कब्ज और गैस की प्राॅब्लम नही होती है और पाचन क्रिया भी दुरूस्त रहती है ।
(5) गिलोय का इस्तेमाल बुखार और सर्दी दूर करने के लिए भी किया जाता है अगर बहुत दिनों से बुखार है और तापमान कम नही हो रहा है तो गिलोय की पत्तियों व तने का काढ़ा पीना फायदेमंद रहेगा ।
गिलोय के विभिन्न रूपो की प्रयोग विधिः-
(1) गिलोय काढाः-25 ग्राम सूखी या ताजी गिलोय को एक गिलास पानी मे उबालें जब पानी आधा रह जाये तो सुबह निहार मुँह छान कर सेवन करें ।
(2)गिलोय जूस 10 से 20 उस प्रातः व सांय गुनगुने पानी से सेवन करें ।
(3)गिलोयघन वटी 2-2 गोली सुबह शाम गुनगुने जल साथ खाना खाने से पहले लें ।
(4)गिलोय चूर्ण 1-1 चम्मच सुबह शाम गर्म पानी से खाली पेट सेवन करें ।
इन मे से किसी भी रूप मे गिलोय का सेवनीय लाभ प्रद हैं ।