GALGAND (GHENGHA)
7/29/2021 6:15:00 AM eHakimJi Team
गलगण्ड ( घेंघा )
शरीर मे आयोडिन की कमी से होने वाले रोग को घेंघा कहते है थाइराइड ग्रन्थि का आकार बढ़ने को गलगण्ड ( घेंघा ) कहा जाता हैं । थाइराइड एक तितली के आकार एक ग्रन्थि होती हैा जो गर्दन के अन्दर ठीक कोलोरोन के ऊपर होती हैं । हालाकि ये रोग दर्द सहित होता हैं पर कभी कभी ग्रन्थि का अधिक आकार बढ़ने मे खांसी निगलने व सांस लेने मे दिक्कत होने लगती हैे।
घरेलू उपचार
15 ग्राम घुंघची की जड़, 12 ग्राम फल लेकर आधा किलो तिल के तेल मे मन्द आंच सें पकावंे । जब तेल समभाग रह जाय तो तब छान ले। इस तेल की मालिश से गण्डमाला दूर हो जाती है ।
चिकित्सा
कचनार गुग्गल 2-2 गोली दिन मे 3 बार, गिलोय घनवटी 2-2 गोली दिन मे 3 बार, गिलोय जूस 15 -15 उस दिन मे 3 बार जीनील कैप्सूल दिन मे 3 बार।
अपथ्य
अम्ल व लवण रस युक्त, भोजन, बौंगन, अरुई, (घुइयाँ), उड़द, राजमा, छोले, अचार, तली चीजें, मैंदा एंव बेसन से बनें खाद्य पदार्थ, पिज्जा, बर्गर, पैटीज, पेस्ट्री, दूध, गुड, तिल, लहसुन, गरम मसाले, अधिक गर्म व सीलन युक्त वातावरण में निवास, साबुन, व शैम्पू का अत्यधिक प्रयोग, सौंदर्य प्रसाधन सामग्री का अधिक प्रयोग ।