आँख दुखने पर
9/13/2021 4:56:00 AM eHakimJi Team
शरीर में दर्द के कारण वात दोष को बताया गया है। अतः जीवन शैली या खान पान में गड़बडी के कारण तीनो दोष विकृत अवस्था में होकर आंख के दर्द का कारण बनता है इसमें मुख्यतः वात की वृद्धि होती यदि दर्द के साथ जलन या लालिमा है तो यह पित्त दोष के कारण होता है ।
घरेलू चिकित्सा
प्याज का रस कान में डाले या फिटकरी 1/2 ग्राम अर्क गुलाब 20 ग्राम दोनो को शीशी में अच्छी तरह मिला लो व दिन में 2-3 बार आँख में डाले।
चिकित्सा
(1) सप्तामृत लौह 2-2 गोली सुबह शाम (2) उजाला ड्राॅप 2-2 बून्द दिन में 3 बार।
अपथ्य
अम्ल व लवण रस युक्त, भोजन, बैंगन, अरुई, (घुइयाँ), उड़द, राजमा, छोले, अचार, तली चीजें, मैंदा एंव बेसन से बनें खाद्य पदार्थ, पिज्जा, बर्गर, पैटीज, पेस्ट्री, दूध, गुड, तिल, लहसुन, गरम मसाले, अधिक गर्म व सीलन युक्त वातावरण में निवास, साबुन, व शैम्पू का अत्यधिक प्रयोग, सौंदर्य प्रसाधन सामग्री का अधिक प्रयोग ।
पथ्य
गेहूँ, मूँग की दाल (छिलके वाली), लौकी, तोरई, कच्चा पपीता, गाजर, टिण्डे, पत्तागोभी, करेला, परवल, पालक, हरी मेंथी, अंकुरित अन्न, सहिजन की कली, चना, हरी मिर्च व अदरक (अल्प मात्रा में ), गाय का दूध व घृत सर्वोत्तम हैं। गोदुग्ध उपलब्ध न होने पर ही भैंस के दूध का प्रयोग करें ।
फलो मे सेब, पपीता, चीकू, अनार, अमरुद, बग्गूगोसा, जामुन, मौसमी आदि का प्रयोग सामान्य किया जा सकता हैं। सूखे मेवों मे काजू, बादाम, मुनक्का, किशमिश, अंजीर, चिलगोजा, छुहारे, खजूर, आदि का प्रयोग करें।