Acidity
9/2/2021 6:57:00 AM eHakimJi Team
अम्लपित्त
अम्लपित्त यानी ऐसिडिटी उदर का एक येसा रोग है जो जठर में ऐसिड की मात्रा बढ़ जाने से उत्पन्न होता हैं। फास्ट फूड के कारण इस युग में हर तीसरा व्यक्ति इस रोग से पीड़ित रहता है।
घरेलू उपचार
100 ग्राम देशी सोंफ लेकर उसे दो भाग में बांट कर एक भाग कढाई में भून ले ठण्डा होने पर दोनों को मिला लें व 100 ग्राम डोरा मिश्री मिलाकर पीस लें व दिन मे 3-4 बार 1-1 चम्मच सेवन करें ।
चिकित्सा
(1)सूतशेखर रस 2-2 गोली दिन में 3 बार ।
(2)अम्लपित्तांतक योग 2-2 गोली सुबह शाम
(3)मोती पिष्टी 100-100 mg सुबह शाम ।
(4)अम्लपित्ता मिश्रण 2-2 चम्मच सुबह शाम ।
अपथ्य
अम्ल व लवण रस युक्त, भोजन, बैंगन, अरुई, (घुइयाँ), उड़द, राजमा, छोले, अचार, तली चीजें, मैंदा एंव बेसन से बनें खाद्य पदार्थ, पिज्जा, बर्गर, पैटीज, पेस्ट्री, दूध, गुड, तिल, लहसुन, गरम मसाले, अधिक गर्म व सीलन युक्त वातावरण में निवास, साबुन, व शैम्पू का अत्यधिक प्रयोग, सौंदर्य प्रसाधन सामग्री का अधिक प्रयोग ।
पथ्य
गेहूँ, मूँग की दाल (छिलके वाली), लौकी, तोरई, कच्चा पपीता, गाजर, टिण्डे, पत्तागोभी, करेला, परवल, पालक, हरी मेंथी, अंकुरित अन्न, सहिजन की फली, चना, व (अल्प मात्रा में ), गाय का दुध व घृत सर्वोत्तम हैं। गोदुग्ध उपलब्ध न होने पर ही भैंस के दूध का प्रयोग करें ।
फलो मे सेब, पपीता, चीकू, अनार, अमरुद, बग्गूगोसा, जामुन, मौसमी आदि का प्रयोग किया जा सकता हैं। सूखे मेवों मे काजू, बादाम, मुनक्का, किशमिश, अंजीर, चिलगोजा, छुहारे, खजूर, आदि का प्रयोग करें।