Anorexia Dyspepsia
8/26/2021 10:17:00 AM eHakimJi Team
अरुचि तथा अग्निमांद्य
इस रोग में पाचन क्रिया धीमी पड़ जाती है जिससे भोजन का पाचन भली भाँति नही हो पाता है और भोजन के पाचन की सामान्य क्रिया में बहुत सी समस्यायें उत्पन्न हो जाती हैं। इस कारण हमें भूख नही लगती। थोडी मात्रा में किया गया भोजन भी बहुत देर सें पचता है। इसके साथ पेट व सिर में भारीपन, मुख में अधिक लार बनना एवम अंगो में दर्द आदि लक्षण होते हैं।
घरेलू उपचारः- अदरक का रस व नींबू का रस मिलाकर पीने से उपरोक्त बीमारी में शीघ्र लाभ होता है।
चिकित्सा
(1) चित्रकादि वटी 2-2 गोली सुुबह शाम।
(2) अग्निल टैबलेट 2-2 गोली सुबह शाम ।
(3) शंख वटी 2-2 गोली सुबह शाम ।
(4) एैप्टिटोनर सीरप 2-2 चम्मच सुबह शाम ।
(5) हिग्ंवाष्टिक चूर्ण 1/2 चम्मच प्रातः सांय को खाने से 1/2 घण्टा पहले ।
पथ्य
गेहूँ, मूँग की दाल (छिलके वाली), लौकी, तोरई, कच्चा पपीता, गाजर, टिण्डे, पत्तागोभी, करेला, परवल, पालक, हरी मेंथी, अंकुरित अन्न, सहिजन की फली, चना, हरी मिर्च व अदरक (अल्प मात्रा में ), गाय का दूध व घृत सर्वोत्तम हैं। गोदुग्ध उपलब्ध न होने पर ही भैंस के दूध का प्रयोग करें ।
फलो मे सेब, पपीता, चीकू, अनार, अमरुद, बग्गूगोसा, जामुन, मौसमी आदि का प्रयोग रूप से किया जा सकता हैं। सूखे मेवों मे काजू, बादाम, मुनक्का, किशमिश, अंजीर, चिलगोजा, छुहारे, खजूर, आदि का प्रयोग करें।
अपथ्य
चना, मटर, सोयाबीन, आलू, उड़द, राजमा, मसूर, कटहल, फूलगोभी, खीरा, टमाटर, अमचूर, नींबू, संतरा, अंगूर, दही, छाछ, आदि खटटा, पदार्थ, भैंस का दूध, ठण्डा जल पीना व स्नान,सीलन व ठण्डे स्थान पर निवास करना अहितकर होता हैं।